शब्द का अर्थ
|
धाड़ :
|
स्त्री० [हिं० धार] १. डाकुओं का आक्रमण। २. आक्रमण। चढ़ाई। उदा०—महि अधण मेवाड़, राड़ धाड़ अकबर रचै।—दुरसाजी। क्रि० प्र०—पड़ना। ३. जीव-जन्तुओं का ऐसा दल या समूह जो दूर तक पंक्ति के रूप में चला गया हो। जैसे—च्यूँटियों या बन्दरों की धाड़। स्त्री० १. डाढ़। २. ढाड़।a स्त्री० [हिं० दहाड़] जोर-जोर से चिल्लाकर रोने का शब्द। क्रि० प्र०—मारना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
धाड़ना :
|
अ०=दहाड़ना।a |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
धाड़स :
|
पुं०=ढारस।a |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
धाड़ी :
|
स्त्री० [हिं० धाड़] १. डाकुओं या लुटेरों का जत्था या दल। २. उक्त जत्थे का कोई व्यक्ति। डाकू। लुटेरा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |